बहुत से लोग हिंदू धर्म (Hinduism) और हिंदुत्व (Hindutva) के बीच का अंतर नहीं जानते हैं ।
अपने सिद्धांतों और प्रथाओं के लिए हिंदू धर्म को अक्सर ‘जीवन का मार्ग’ कहा जाता है। लेकिन हिंदुत्व राजनीतिक लड़ाई के लिए हिंदू धर्म के कुछ प्रतीकों का उपयोग है ।
“हिंदुत्व का हिंदू धर्म के साथ विश्वास या धर्म के रूप में कुछ भी मेल नहीं है, बल्कि यह सांस्कृतिक पहचान का एक बैज और राजनीतिक लामबंदी का एक साधन है।” ~ शशि थरूर, संसद सदस्य
वास्तव में, सामान्यतः यह कहा जाता है कि हिंदू धर्म में 33 करोड़ देवता और देवी हैं। लेकिन आप उनमें से किसी में विश्वास नहीं करना चुन सकते हैं और अभी भी हिंदू हो सकते हैं । लेकिन हिंदुत्व की विचारधारा भारत को “शुद्ध हिंदुओं” के लिए एक “शुद्ध भूमि” मानती है।
हिंदुत्व ने एक राजनीतिक विचारधारा के रूप में जन्म लिया इसलिए हिंदू धर्म के साथ हिंदुत्व का थोड़ा ही संबंध है।
सरकार राष्ट्र नहीं है; न तो हिंदुत्व हिंदू धर्म है।
तो क्या है हिंदू धर्म और हिंदुत्व के बीच का अंतर?
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स्रोत: Hindustan Times, Social Sciences, Wikipedia
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हिन्दू धर्म को बचाने में लिए ही हिंदुत्व की राजनैतिक लड़ाई प्रारंभ की है । इन जिहादियों से लड़ने के लिए कट्टर हिन्दू बनना ही होगा ।। अगर कट्टर हिन्दू नही बने , तो हम अपनी संस्कृति , अस्मिता और अस्तित्व को ही गवाँ देंगे ।।। इसलिए निजी बहस छोड़ो और कट्टर हिन्दू बनो ।। वैसे भी श्रीमद भगवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि , ” अहिंसा हमारा परम् धर्म है , किन्तु यदि अपने कर्तव्य , सत्य और धर्म के लिए हिंसा करनी पड़े तो अहिंसा छोड़कर युद्ध करना ही चाहिए ” ।। जय श्री रामजय श्री कृष्ण जय हिंद